अर्ज़ किया है.....
तीर क्या चलती हो, धार तो तलवार में है,
दुपट्टे से क्या छुपति हो, माल तो सलवार में है.
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पलट कर देख जानेमन, जिगर मे दम हम भी रखते हैं.
ब्रा में दो बम तुम रखती हो तो, चड्डी मे एक गन हम भी रखते है.
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मौसम की बहार अच्छी हो,फूलो की कालिया कच्ची हो,
रब से बस एक दुआ है की...
मेरे हर दोस्त की बीबी सेक्सी हो.
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