हरयाणवी जाट का बच्चा साइकिल चलाते-चलाते एक लड़की से टकरा गया।
लड़की बोली:- घंटी नहीं मार सकता क्या?
जाट:- री छोरी, बावली है के? पूरी साइकिल मार दी इब घंटी के अलग ते मारुं के?
लड़की बोली:- घंटी नहीं मार सकता क्या?
जाट:- री छोरी, बावली है के? पूरी साइकिल मार दी इब घंटी के अलग ते मारुं के?
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