एक लड़की थी, दीवानी सी
सचिन पे वो मारती थी
चोरी-चोरी चुपके-चुपके
हरभजन को चिठ्ठिया लिखा करती थी
नज़रें झुका के, शर्मा के
गंभीर से बातें करती थी
कभी-कभी जुल्फे बिखरके
सहवाग की गलियों से गुजरती थी
कुछ कहना था शायद उसको रैना से
पर धोनी से वो डरती थी
जब भी मिलती थी वो युवराज से
बस यही पूछा करती थी
हराम खोरों तुम लोग वर्ल्ड कप कब जीतोगे?