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Saturday, March 12, 2011

Friend shayari | Urdu Love Shayari

पंछीयो की तरह एक दिन दूर चले जाएँगे


साथ बिताए हर एक पल को समेट ले जाएँगे


देख कर नमी आपकी झील सी आँखों में


सिर्फ़ सुनहरी यादें छोड जाएँगे






होठ है छलकता ज़ाम,


निगाहें है जैसे नशे की प्याली,


ज़ुल्फ है जैसे घटा निराली,


ए हसीना,तेरी सूरत है भोली भली,


संभाल के रखना इसे,


वरना चुरा ना ले जाए कही,


तेरी हे गली का मवाली..






कौन जाने कब मौत का पैगाम आ जाए,


ज़िंदगी की आखरी शाम आ जाए,


हम तो ढूँढते हैं वक़्त ऐसा जब,


हमारी ज़िंदगी आपके काम आ जाए.

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