मेरी ग़ज़ल की तरह उसकी भी हक़ूमत है
तमाम मुल्क में वो सबसे खूबसूरत है
बहुत दिनो से मेरे साथ थी मगर कल शाम
मुझे पता चला वो कितनी खूबसूरत है
- बशीर बद्र
हमने भी प्यार किया था
तोड़ा नहीं बेमिसाल किया था,
मेरी तो दुनिया ही बदल गई,
जब वो हँस कर बोले,
अरे पागल मैने तो मज़ाक किया था;
आज दीदार, कल यार, परसों प्यार,
फिर इकरार, फिर इंतेज़ार, फिर तकरार,
फिर दरार, सारी मेहनत बेकार,
और आख़िर में एक और देवदास At Beer BAR
तमाम मुल्क में वो सबसे खूबसूरत है
बहुत दिनो से मेरे साथ थी मगर कल शाम
मुझे पता चला वो कितनी खूबसूरत है
- बशीर बद्र
हमने भी प्यार किया था
तोड़ा नहीं बेमिसाल किया था,
मेरी तो दुनिया ही बदल गई,
जब वो हँस कर बोले,
अरे पागल मैने तो मज़ाक किया था;
आज दीदार, कल यार, परसों प्यार,
फिर इकरार, फिर इंतेज़ार, फिर तकरार,
फिर दरार, सारी मेहनत बेकार,
और आख़िर में एक और देवदास At Beer BAR
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