हमसे दूर जाओगे कैसे,
दिल से हमे भूलाओगे कैसे,
हम तो वो खुशबू हैं जो आपकी सांसो में बसते हैं,
खुद की सांसो को रोक पायोगे कैसे
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तू चमकता चाँद तेरी रोशनी अच्छी लगी,
तू मेरा अपना है तेरी दिल्लगी अच्छी लगी,
तुझसे पहले तो नही था ज़िंदगी का कुछ पता
तू मिला तो तुझसे मिलकर ज़िंदगी अच्छी लगी.
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ना चाहो किसी को इतना
कि चाहत आपकी मजबूरी बन जाए,
चाहो किसी को इतना
कि आपका प्यार उसके लिए ज़रूरी बन जाए
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लम्हे जुदाई के बेकरार करते हैं,
हालात मेरे मुझे लाचार करते हैं,
आँखे मेरी पढ़ लो कभी,
हम खुद कैसे कहे की
हम आपसे प्यार करते हैं.
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